शिरडी वही आते हैं जिन्हें बाबा बुलाते हैं
इरादे लाख बनते हैं बन के टूट जाते हैं।
शिरडी वही.....शिरडी वही..... आते हैं जिन्हें बाबा बुलाते हैं।
शिरडी वही आते हैं जिन्हें बाबा बुलाते हैं-2
इरादे लाख बनते हैं बन के टूट जाते हैं
शिरडी वही.....शिरडी वही..... आते हैं जिन्हें बाबा बुलाते हैं
दूर से देखा तो पत्थर दिखता है,
दूर से देखा तो पत्थर दिखता है,
हर दिन शिरडी में, अंग संग दिखता है।
साई मन मस्ज़िद में, घंटा बजता है ।
होता अजान जहाँ, मंदिर वो सजता है।
साई सुख का सागर है ।
साई सुख का सागर है ।
साई सुख का सागर है ।
भक्त आ नहाते हैं ।
इरादे लाख बनते हैं बन के टूट जाते हैं।
शिरडी वही.....शिरडी वही..... आते हैं जिन्हें बाबा बुलाते हैं।
शिरडी वही आते हैं जिन्हें बाबा बुलाते हैं-2
इरादे लाख बनते हैं बन के टूट जाते हैं
शिरडी वही.....शिरडी वही..... आते हैं जिन्हें बाबा बुलाते हैं
शिरडी वही आते हैं जिन्हें बाबा बुलाते हैं-2
दूर से देखा तो पत्थर दिखता है,
दूर से देखा तो पत्थर दिखता है,
हर दिन शिरडी में, अंग संग दिखता है।
साई मन मस्ज़िद में, घंटा बजता है ।
होता अजान जहाँ, मंदिर वो सजता है।
साई सुख का सागर है ।
साई सुख का सागर है ।
साई सुख का सागर है ।
भक्त आ नहाते हैं ।
शिरडी वही.....शिरडी वही..... आते हैं जिन्हें बाबा बुलाते हैं
शिरडी वही आते हैं जिन्हें बाबा बुलाते हैं-2
शिरडी वही आते हैं जिन्हें बाबा बुलाते हैं-2
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