Friday, August 12, 2016

Mere Ghar Ke Aage Sai Nath Tera Mandir Ban Jaaye

मेरे घर के आगे साईं नाथ, तेरा मंदिर बन जाये...

मेरे घर के आगे साईं नाथ, तेरा मंदिर बन जाये । 
मेरे घर के आगे साईं नाथ,तेरा मंदिर बन जाये।
जब खिड़की खोलूं तो,तेरा दर्शन हो जाये।
मेरे घर के जय हो |
मेरे घर के आगे साईं नाथ, तेरा मंदिर बन जाये।

जब आरती हो तेरी,मुझे घंटी सुनाई दे। 
मुझे रोज़ सवेरे साईं नाथ,तेरी सूरत दिखाई दे।
जब भजन करे मिलकर,रस कानो में घुल जाये।
जब खिड़की खोलूं तो,तेरा दर्शन हो जाये।
मेरे घर के जय हो |
मेरे घर के आगे साईं नाथ,तेरा मंदिर बन जाये ||
आते जाते बाबा,तुमको मैं प्रणाम करूँ।
जो मेरे लायक हो,कुछ ऐसा काम करूँ।
तेरी सेवा करने से,मेरी किस्मत खुलजाये।
जब खिड़की खोलूं तो,तेरा दर्शन हो जाये।
मेरे घर के जय हो।
मेरे घर के आगे साईं नाथ,तेरा मंदिर बन जाये |
नज़दीक रहेंगे तो, आना जाना होगा। 
हम भक़्तो का बाबा, मिलना जुलना होगा।
सब साथ रहें बाबा, जल्दी वो दिन आये।
जब खिड़की खोलूं तो, तेरा दर्शन हो जाये।
मेरे घर के जय हो।
मेरे घर के आगे साईं नाथ,तेरा मंदिर बन जाये। 

1 comment:

  1. How many times I've heard this... I don't know but i love to hear it again and again

    ReplyDelete