एक फकीरा आया शिरडी गाँव मे
एक फकीरा आया शिरडी गाँव मे -2
आ बैठाएक नीम की ठंडी छाँव मे-2
कभी अल्लाह अल्लाह बोले, कभी राम नाम गुण गाये
कोई कहे संत लगता है, कोई पीर फ़क़ीर बताये ।
कभी अल्लाह अल्लाह बोले, कभी राम नाम गुण गाये
कोई कहे संत लगता है, कोई पीर फ़क़ीर बताये
जाने किस से बाते करे हवाओ में ।
आ बैठाएक नीम की ठंडी छाँव मे
एक फकीरा आया शिरडी गाँव मे
आ बैठा एक नीम की ठंडी छाँव मे ।
है कौन कोई ना जाने, कोई उसको ना पहचाने,
चोला फ़क़ीर का पहना देखो जग के दाता ने,
है कौन कोई ना जाने, कोई उसको ना पहचाने,
चोला फ़क़ीर का पहना देखो जग के दाता ने,
देखो सबकी मांगे खैर दुआओ मे,
आ बैठा एक नीम की ठंडी छाँव मे ।
एक फकीरा आया शिरडी गाँव मे
आ बैठा एक नीम की ठंडी छाँव मे ।
वो जिसको हाथ लगे उसका सब दुःख मिट जाए,
वो दे दे जिसे विभूति, हर ख़ुशी उससे मिल जाए ।
कांटे चुग कर फूल बिछाये राह में ,
आ बैठा एक नीम की ठंडी छाँव मे ।
एक फकीरा आया शिरडी गाँव मे
आ बैठा एक नीम की ठंडी छाँव मे ।
एक फकीरा आया शिरडी गाँव मे -2
आ बैठाएक नीम की ठंडी छाँव मे-2
कभी अल्लाह अल्लाह बोले, कभी राम नाम गुण गाये
कोई कहे संत लगता है, कोई पीर फ़क़ीर बताये ।
कभी अल्लाह अल्लाह बोले, कभी राम नाम गुण गाये
कोई कहे संत लगता है, कोई पीर फ़क़ीर बताये
जाने किस से बाते करे हवाओ में ।
आ बैठाएक नीम की ठंडी छाँव मे
एक फकीरा आया शिरडी गाँव मे
आ बैठा एक नीम की ठंडी छाँव मे ।
है कौन कोई ना जाने, कोई उसको ना पहचाने,
चोला फ़क़ीर का पहना देखो जग के दाता ने,
है कौन कोई ना जाने, कोई उसको ना पहचाने,
चोला फ़क़ीर का पहना देखो जग के दाता ने,
देखो सबकी मांगे खैर दुआओ मे,
आ बैठा एक नीम की ठंडी छाँव मे ।
एक फकीरा आया शिरडी गाँव मे
आ बैठा एक नीम की ठंडी छाँव मे ।
वो जिसको हाथ लगे उसका सब दुःख मिट जाए,
वो दे दे जिसे विभूति, हर ख़ुशी उससे मिल जाए ।
कांटे चुग कर फूल बिछाये राह में ,
आ बैठा एक नीम की ठंडी छाँव मे ।
एक फकीरा आया शिरडी गाँव मे
आ बैठा एक नीम की ठंडी छाँव मे ।
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